ईरान (Iran) में पिछले कई महीनों से तनाव का माहौल चल रहा है। तनाव के इसी माहौल के बीच कुछ महीने पहले ईरान से एक दिन दहला देने वाली खबर सामने आई थी। रिपोर्ट के अनुसार ईरान के कई शहरों में लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए जहर दिया जा रहा था। इस खबर का खुलासा इसी साल फरवरी में हुआ था, पर रिपोर्ट के अनुसार यह काम नवंबर, 2022 से किया जा रहा था। ईरान के डिप्टी शिक्षा मंत्री यूनुस पनाही (Younes Panahi) ने भी ईरान में स्कूली लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए जहर दिए जाने की बात की पुष्टि की थी और यह भी कहा था कि स्कूली लड़कियों को जहर देने के काम जानबूझकर किया जा रहा है। पर अब ईरान की तरफ से इस पूरे मामले को नकार दिया गया है।
स्कूली लड़कियों को जहर देने की बात को बताया झूठ
ईरान की इंटेलिजेंस मिनिस्ट्री ने हाल ही में स्कूली लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए जहर देने की बात को झूठ बताया। ईरानी इंटेलिजेंस मिनिस्ट्री की तरफ से बयान देते हुए बताया गया कि उनकी जांच में लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए जहर दिए जाने के कोई सबूत नहीं मिले।
विदेशी दुश्मनों पर लगाया डर फैलाने का आरोप
ईरान की इंटेलिजेंस मिनिस्ट्री ने ली लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए जहर देने की बात को झूठ बताने के साथ ही विदेशी दुश्मनों पर आरोप भी लगाया। ईरानी इंटेलिजेंस मिनिस्ट्री के अनुसार ईरान के विदेशी दुश्मन झूठ के ज़रिए डर फैला रहे हैं।
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सैंकड़ों मामले आए सामने
ईरान में कुछ समय पहले तक स्कूली लड़कियों को जहर देने के सैंकड़ों मामले सामने आ चुके हैं। इससे अब तक कुछ मौते भी हो चुकी हैं और कई लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। ईरान के डिप्टी शिक्षा मंत्री यूनुस पनाही ने यहाँ तक कहा था कि कुछ लोग सभी स्कूलों खास तौर से लड़कियों के स्कूलों को बंद करवाना चाहते हैं। ये लोग नहीं चाहते कि ईरान में लड़कियों को शिक्षा मिले। ऐसे में अचानक से ईरान की इंटेलिजेंस मिनिस्ट्री का ईरान में स्कूली लड़कियों को जहर देने की बात को नकारना संदेहपूर्ण लगता है।
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