द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के बाद दुनिया के सबसे बड़े युद्ध को चलते हुए एक साल से भी ज़्यादा समय हो चुका है और अभी भी यह जारी है। हम बात कर रहे हैं रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध की। पिछले साल 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर कब्ज़ा करने के इरादे से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर रुसी आर्मी ने यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए हमला कर दिया था। तभी से यह युद्ध जारी है। रुसी राष्ट्रपति का प्लान यूक्रेन पर 18 दिन में कब्ज़ा करना था, पर लगातार मिल रही इंटरनेशनल हेल्प के दम पर यूक्रेन की आर्मी अभी भी डटकर रूस की आर्मी का सामना कर रही है। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से एक मदद मांगी है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने चाइनीज़ राष्ट्रपति से क्या मदद मांगी?
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में अब तक यूक्रेन के लाखों मासूम लोगों की जान जा चुकी हैं। इससे भी ज़्यादा लोग इस युद्ध में अब तक घायल हो चुके हैं। बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेन छोड़ कर जाना भी पड़ा। कई शहर भी इस युद्ध में तबाह हो गए। इसके साथ ही यूक्रेन के कई छोटे बच्चों को भी रूस की आर्मी ने किडनैप करके देश से बाहर भेज दिया है। इसी विषय पर ज़ेलेन्स्की ने जिनपिंग से मदद मांगी है।
रुसी हमलावरों पर दबाव डालना ज़रूरी
ज़ेलेन्स्की ने हाल ही में इस बात की जानकारी दी कि उन्होंने इस बारे में जिनपिंग से बात की हैं। रूस और चीन के बीच मज़बूत संबंध हैं और यह बात किसी से भी छिपी नहीं है। इस युद्ध में अब तक चीन की तरफ से रूस का विरोध नहीं किया गया है। हालांकि कुछ समय पहले ही चीन की तरफ से दोनों देशों के बीच शांति की पहल की इच्छा भी जताई जा चुकी है। चाइनीज़ राष्ट्रपति के रुसी राष्ट्रपति से अच्छे संबंध होने की वजह से ही यूक्रेनी राष्ट्रपति ने उनसे बात की और मदद मांगी।
ज़ेलेन्स्की ने कहा, "रुसी हमलावरों और आतंकवादियों ने कई यूक्रेनी बच्चों को किडनैप किया हैं और उन्हें देश से बाहर भेज दिया है। हमें उन बच्चों को वापस लाने के लिए रुसी हमलावरों और आतंकवादियों पर दबाव डालना होगा। इसलिए हमने चीन के राष्ट्रपति से इस बारे में बात की है।
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