Saturday, May 6, 2023

आज होगी ब्रिटेन के किंग चार्ल्स की ताजपोशी, जानिए क्या होगा खास

ब्रिटेन (Britain) के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। ब्रिटेन के नए किंग चार्ल्स तृतीय (King Charles III) की ताजपोशी (Coronation) का दिन आज आ ही गया। इस ताजपोशी के साथ ही ब्रिटेन को आज 70 साल बाद एक नया किंग मिलेगा। दुनिया के कुछ देशों में अभी भी मोनार्की (Monarchy) व्यवस्था यानी राजतंत्र है। हालांकि इनमें से ज़्यादातर देशों में शासन जनता द्वारा चुनी सरकारें चलाती हैं, पर राज परिवार अभी भी चलन में है। इनमें ब्रिटेन में सम्मिलित सभी देश भी शामिल हैं। ब्रिटेन की पिछली क्वीन एलिज़ाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) की पिछले साल 8 सितंबर को मृत्यु हो गई थी। उसके बाद उनके पुत्र चार्ल्स तृतीय को ब्रिटेन का नया किंग घोषित किया गया। अब आज उनकी ताजपोशी होगी।


होगा भव्य समारोह का आयोजन

ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी के अवसर पर आज एक भव्य समारोह का आयोजन होगा। यह समारोह लंदन (London) के वेस्टमिंस्टर एबे (Westminster Abbey) में होगा और इसमें हज़ारों मेहमान शामिल होंगे। साथ ही कई हॉलीवुड एक्ट्रेसेज़ और सिंगर्स इस समारोह में प्रस्तुति भी देंगे। कई देशों के बड़े राजनेता भी इस ताजपोशी समारोह में शामिल होंगे, जिनमें भारतीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Indian Vise President Jagdeep Dhankhar) भी शामिल हैं। लंदन के लोकल समयानुसार सुबह 11 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे) से ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी का समारोह शुरू होगा। दुनियाभर में इस ताजपोशी समारोह को लोग टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर पर भी देख सकेंगे।

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क्या होगा खास?


चार्ल्स तृतीय ब्रिटेन के 40वें किंग होंगे। और 70 साल बाद पहले किंग। ऐसे में उनकी ताजपोशी का समरोह काफी खास होने वाला है। कई मशहूर सेलेब्स की परफॉर्मेसेज और बड़े राजनेताओं के शामिल होने के अलावा भी इस ताजपोशी समारोह में काफी कुछ खास होने वाला है। आइए नज़र डालते हैं इस ताजपोशी समारोह की कुछ खास बातों पर।

ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी में एक हज़ार साल से भी ज़्यादा पुराने ब्रिटिश किंग एडवर्ड के सिंघासन का इस्तेमाल किया जाएगा। ताजपोशी के समय ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय इसी पर बैठेंगे।

ताजपोशी में कोरोनेशन स्‍पून (चम्मच) का इस्तेमाल होगा, जिसे साल 1340 से इस तरह के कामों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्रिटिश राज परिवार में इसे काफी पवित्र माना जाता है। ताजपोशी की प्रक्रिया के दौरान इसकी मदद से बिशप पवित्र तेल में अपनी उंगलियाँ डुबोता है।

ताजपोशी में सोने के बाज का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिसे एम्पुला कहते हैं। यह एक खास तरह का बर्तन है जिसमें पवित्र तेल रखा जाता है, जिसका इस्‍तेमाल ताजपोशी में किया जाता है। इसमें मौजूद तेल को बिशप कोरोनेशन स्‍पून से निकालता है और नए ब्रिटिश किंग/क्वीन पर छिड़कता है। आज ताजपोशी समारोह के दौरान इसी से पवित्र तेल निकालकर ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय पर छिड़केगा।

ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी के समारोह में करीब एक हज़ार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

ब्रिटिश किंग चार्ल्स तृतीय ताजपोशी समारोह में डायमंड जुबली स्टेट कोच नाम की शाही बग्घी में अपनी पत्नी कैमिला (Camilla) के साथ पहुंचेगे। घोड़ों से चलने वाली इस बग्घी का वज़न करीब 4 टन है।

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