Thursday, April 6, 2023

ट्रंप पर आपराधिक मुकदमा बदल सकता है अमरीका की सियायत का रुख

न्यूयॉर्क के मैनहट्टन जिला न्यायालय में ट्रंप की एक घंटे की गिरफ्तारी और उन पर लगे 34 आपराधिक आरोपों से अमरीका की सियासत बदलती दिख रही है। 2024 में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए ट्रंप के डांवांडोल दिख रहे चुनावी अभियान को मुद्दा मिल गया है। ट्रंप के आलोचक भी मान रहे हैं कि फिलहाल ट्रंप को इस आपराधिक मुकदमे के कारण अल्पकालिक फायदा होता दिख रहा है। ट्रंप भी इसको भुनाने में जुट गए हैं।

अपने समर्थकों से सामने गरजे ट्रंप - मुझे बनाया जा रहा विक्टिम
न्यूयॉर्क से देर रात फ्लोरिडा में पाम बीच स्थित अपने मार-ए-लागो आवास पहुंचे ट्रंप ने सैकड़ों समर्थकों के सामने इन सारे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। यहां उन्होंने अपने समर्थकों के सामने जोर-शोर से खुद को रेडिकल लेफ्ट द्वारा विक्टिम बनाए जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, मैंने जो एकमात्र अपराध किया है, वह ये है कि निडर होकर अपने राष्ट्र को उन लोगों से बचाना, जो इसे नष्ट करना चाहते हैं। ये देश का अपमान है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारे देश में ये हो सकता है।...चूंकि वे हमसे मत पेटी पर नहीं जीत सकते, इसलिए वे हमें कानून के माध्यम से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप यही नहीं रुके। ट्रंप ने कहा हमारा देश नर्क में जा रहा है और मार्क्सवादी तीसरी दुनिया का देश बन रहा है। कई देश हमें परमाणु बम की धमकी दे रहे हैं...राष्ट्रपति बाइडन हमें विश्व युद्ध की ओर ले जा रहे हैं।

ट्रंप ने जज और अटॉर्नी पर भी साधा निशाना
ट्रंप ने मामले की सुनवाई करने वाले जज जुआन मर्चेन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, मेरे मामले की सुनवाई ट्रंप से नफरत करने वाला जज कर रहा है। जो कि ट्रंप परिवार से नफरत करने वाले परिवार से आता है। ट्रंप ने कहा, संबंधित जज की बेटी कमला हैरिस के लिए काम करती थी। ट्रंप ने जिला अटॉर्नी एल्विन ब्रैग पर भी निशाना साधा। ट्रंप ने कहा कि अटॉर्नी ने ही अवैध रूप से ये सूचनाएं लीक की। इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए या कम से कम उनका इस्तीफा तो लिया ही जाना चाहिए।

रिपब्लिकन पार्टी हुई एकजुट

ट्रंप के खिलाफ आपराधिक मुकदमा शुरू होने के बाद अब ट्रंप के पीछे पूरी रिपब्लिकन पार्टी एकजुट होती दिख रही है। हालांकि अभी अमरीका के चुनाव में करीब 18 महीने का समय है, लेकिन तात्कालिक रूप से देखें तो ट्रंप के प्रतिस्पर्धी नजर आ रहे सभी रिपब्लिकन उम्मीदवार फिलहाल ट्रंप के साथ खड़े हैं और सभी ने इसे राजनीतिक उत्पीड़न की संज्ञा दी है। मुख्य रिपब्लिकन पब्लिकन उम्मीदवार समझे जा रहे फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसेंटिस ने ट्रंप पर इस मुद्दे हमला करने के बजाए उनका बचाव किया है।
यहां तक ट्रंप को महाभियोग से हटाने के लिए दो बार समर्थन में मतदान कर चुके रिपब्लिकन सीनेटर मिट रोमेनी भी इस मुद्दे पर ट्रंप के साथ खड़े दिख रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए दावेदार रह चुके रोमेनी ने भी मामले में एटॉर्नी एल्विन ब्रैग को दोषी ठहराया है, जो कि एक राजनीतिक प्रतिद्वंदी को निशाना बना रहे हैं।

ट्रंप के अभियान को मिले 100 लाख डॉलर
ट्रंप पर आपराधिक मामले की सुगबुगाहट शुरू होने के बाद से ट्रंप के चुनावी अभियान को अब तक सभी रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवारों में सबसे अधिक 100 लाख डॉलर का चंदा मिल चुका है। ये बता रहा है कि ट्रंप को फिलहाल अपने रिपब्लिकन राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर बढ़त मिलते दिख रही है।

कोर्ट में नहीं खुली ट्रंप की जुबान
सामान्यता वाचाल कहे जाने वाल ट्रंप कोर्ट की करीब एक घंटे कार्यवाही में सिर्फ छह बार बोले और हर जवाब हां या ना में ही दिया। ट्रंप ने यहां अपने को दोषी मानने से इंकार किया। अपने अधिकारों के बारे में जागरुक होने पर सहमति जताई और अपने अधिकारों की जानकारी देने पर कोर्ट का धन्यवाद दिया।

ट्रंप की पत्नी मेलानिया रहीं गायब
कोर्ट में सरेंडर के बाद डोनाल्‍ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक भाषण दिया। इस दौरान ट्रंप के बच्‍चे डोनाल्‍ड ट्रंप जूनियर, एरिक ट्रंप और टिफनी ट्रंप अपने डैड के साथ मौजूद थे। लेकिन मेलानिया कहीं नहीं नजर आईं। ट्रंप के राष्‍ट्रपति अभियान के प्रवक्‍ता जैसन मिलर ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। मेलानिया की अनुपस्थिति पर विपक्षी दलों ने निशाना साधा है - कहा है कि अगर कोर्ट में मेलानिया साथ होतीं, तो ट्रंप की तस्वीर अधिक सुंदर दिखती। इसके पहले मेलानिया इस मुद्दे पर ट्रंप का बचाव करती रही हैं।

ट्रंप की अगली सुनवाई आठ महीने बाद
ट्रंप का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने अगली सुनवाई के लिए आठ महीने बाद की 4 दिसंबर की तारीख तय कर दी है। लेकिन ट्रंप को निजी रूप से अदलात में पेश होने से छूट मिल सकती है। प्रॉसेक्यूटर्स ने ट्रंप के खिलाफ जो 34 आरोप लगाए हैं, उनमें से ज्यादातर धोखाधड़ी से ही जुड़े हैं।
अगर ट्रंप इस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें चार साल तक की सज़ा मिल सकती है। लेकिन इस मामले में जेल की सज़ा अनिवार्य नहीं है। अभी तक स्पष्ट नहीं है कि एक पूर्व राष्ट्रपति और 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दावेदार दोषी होने के बाद जेल जाएंगे या नहीं।

कैलिफोर्निया कोर्ट में ट्रंप को मिली जीत
ट्रंप जिस समय न्यूयॉर्क कोर्ट में एक अपराधी की तरह खड़े हुए थे, उसी वक्त कैलिफोर्निया में मंगलवार को ट्रंप से जुड़े एक मामले की सुनवाई पूरी हो गईय़ लेकिन इस कोर्ट से ट्रंप को राहत मिली है। कैलिफोर्निया के 9वें यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स ने ट्रंप के पक्ष में फैसला सुनाते हुए स्टॉर्मी डेनियल्स को फिर से तगड़ा झटका दिया है।
कोर्ट ने स्टॉर्मी को आदेश दिया कि वह ट्रंप को एक लाख 21 हजार डॉलर के हर्जाने का भुगतान करें। दरअसल स्टॉर्मी ने ट्रंप पर मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जो वह हार गई हैं। स्टॉर्मी कोर्ट के आदेश पर ट्रंप के वकीलों को पांच लाख डॉलर से ज्यादा का भुगतान पहले ही कर चुकी हैं। यह आदेश उसी दिन सुनाया गया है, जब मैनहट्टन कोर्ट में ट्रंप पेश हुए थे।

ट्रंप पर लगाया था धमकाने और मानहानि का आरोप
बता दें कि स्टॉर्मी ने 2018 में ट्रंप पर यह मुकदमा दायर किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि एक अज्ञात शख्स ने उन्हें पार्किंग में धमकी दी थी कि वह ट्रंप के साथ अपने संबंधों को लेकर मुंह नहीं खोले। कोर्ट ने उनके इस दावे को खारिज करते हुए उन्हें आदेश दिया है कि वह ट्रंप को तय जुर्माना राशि अदा करें।



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