Thursday, September 28, 2023

पाकिस्तान में अफगान शरणार्थियों की बढ़ेगी मुश्किलें, जल्द ही लाखों लोगों को देश से भगाया जाएगा बाहर

अफगानिस्तान (Afghanistan) में आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) ने 15 अगस्त, 2021 को तख्तापलट कर दिया था और देश की सत्ता पर कब्ज़ा करते हुए देश में आतंक का राज स्थापित किया था। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन लौटते ही कई अफगान लोगों ने देश छोड़ दिया। अफगानिस्तान छोड़ने के बाद बड़ी संख्या में लोग शरण के लिए अलग-अलग देशों में चले गए। इन देशों में पाकिस्तान (Pakistan) भी एक था। अफगानिस्तान और पाकिस्तान की बॉर्डर जुड़े होने से लोगों ने आसानी से बॉर्डर पार कर पाकिस्तान में शरण ले ली। पर अब जल्द ही पाकिस्तान में रहने वाले अफगान शरणार्थियों की मुश्किलें जल्द ही बढ़ने वाली हैं। इसकी वजह है पाकिस्तान सरकार का सख्त फैसला।


जल्द ही लाखों लोगों को भगाया जाएगा देश से बाहर

पाकिस्तान सरकार जल्द ही लाखों अफगान शरणार्थियों को देश से बाहर करेगी। हाल ही में इसके लिए एक सख्त फैसला भी लिया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में करीब 13 लाख अफगान शरणार्थी रह रहे हैं। इनमें से 6 लाख पिछले दो सालों में पाकिस्तान गए हैं। यह रिपोर्ट यूनाइटेड नेशन्स की है। साथ ही देश में करीब 8,80,000 अफगान कानूनी तौर से रह रहे हैं। कानूनी तौर पर रह रहे अफगान नागरिकों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। पर सभी शरणार्थियों को पाकिस्तान सरकार जल्द ही देश से बाहर निकालने की तैयारी में है।

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क्या है पाकिस्तान सरकार के फैसले की वजह?

पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पिछले कुछ समय से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। दोनों देशों के संबंधों में काफी खटास आ गई है। इसकी एक बड़ी वजह है तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में बढ़ी आतंकी गतिविधियाँ। ऐसे में पाकिस्तान सरकार अफगान शरणार्थियों के खिलाफ सख्त हो गई है।

बढ़ रही हैं गिरफ्तारियाँ

पिछले कुछ समय में सैकड़ों अफगान शरणार्थियों को पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है और यह सिलसिला जारी है। पाकिस्तानी पुलिस मन मर्जी अफगान शरणार्थियों को उनके कैंपों से उठा रही है और गिरफ्तार कर रही है। साथ ही उन्हें डरा-धमकाकर पैसे भी लूट रही है। अफगान शरणार्थियों में इससे डर का माहौल है।

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अफगान शरणार्थी हुए निराश

पाकिस्तान सरकार की सख्ती से अफगान शरणार्थी काफी निराश हो गए हैं। अफगानिस्तान में तालिबान के लौटने के बाद जान बचाने के लिए पाकिस्तान आए इन शरणार्थियों की शांति से पाकिस्तान में रहने की उम्मीदों को पाकिस्तान सरकार के फैसले से झटका लगा है।

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