यूक्रेन (Ukraine) पर कब्ज़ा करने के इरादे से रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर रुसी आर्मी ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए उन पर हमला कर दिया। पुतिन के प्लान के अनुसार रूस कुछ ही दिनों में यूक्रेन पर कब्ज़ा कर लेना चाहता था। द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा युद्ध है। रूस की शक्तिशाली आर्मी और हथियारों की भरमार के बावजूद रूस को अभी तक इस युद्ध में जीत नहीं मिली और एक साल से भी ज़्यादा समय होने के बावजूद यह युद्ध अभी भी जारी है। लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की बदौलत यूक्रेन की आर्मी अभी भी डटकर रुसी आर्मी का सामना कर रही है। युद्ध शुरू होने पर जहाँ लग रहा था कि रूसी आर्मी कुछ दिनों में ही जीत हासिल कर लेगी, वैसा बिलकुल भी नहीं हो रहा है। रूस को इस युद्ध में भारी नुकसान हो रहा है।
पिछले 5 महीने में 20 हज़ार से ज़्यादा रुसी सैनिको की मौत
व्हाइट हाउस (White House) के एक अधिकारी ने हाल ही में रूस और यूक्रेन युद्ध पर बात करते हुए बताया कि रूस को इस युद्ध में भारी नुकसान हो रहा है। वित्तीय नुकसान के अलावा रूस की आर्मी को भी इस जंग का खामियाजा चुकाना पड़ रहा है। वाइट हाउस अधिकारी के अनुसार पिछले 5 महीने में अब तक रुसी आर्मी के 20 हज़ार से ज़्यादा सैनिकों की मौत हो चुकी है। इसी दौरान 1 लाख से भी ज़्यादा रुसी सैनिक घायल हुए हैं।
अगर युद्ध शुरू होने से अब तक के आँकड़ों पर गौर करें, तो व्हाइट हाउस अधिकारी के अनुसार अब तक 1 लाख से भी ज़्यादा रुसी सैनिकों की इस युद्ध में मौत हो चुकी है और घायलों की संख्या इससे काफी ज़्यादा है।
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जल्द आ सकता है युद्ध में बड़ा मोड़
रूस के खिलाफ युद्ध में अब तक यूक्रेनी आर्मी ने रक्षात्मक रवैया रखा था। पर जल्द ही यूक्रेन की आर्मी आक्रामक रवैया अपनाते हुए युद्ध में आगे बढ़ेगी। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी आर्मी की तैयारियाँ पूरी होने वाली है और जल्द ही वो जवाबी कार्रवाई शुरू करेगी। ऐसे में जल्द ही यूक्रेन की आर्मी की तरफ से इस युद्ध में एक नया मोड़ देखा जा सकता है जिससे रुसी आर्मी को युद्ध में और ज़्यादा नुकसान हो सकता है।
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