Saturday, April 22, 2023

Sudan Violence: 400 लोगों की मौत, हजारों बेघर; सूडान में क्यों भड़की है हिंसा? महिलाओं के लिए UNO ने जताई चिंता

Sudan Violence: सूडान पिछले एक सप्ताह से हिंसा की आग में झुलस रहा है। 15 अप्रैल से सूडान में शुरू हुई हिंसा में अभी तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी खार्तूम सहित सूडना के कई शहरों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। हजारों लोग बेघर हो गए। बम-गोलों की बारिश से बचने के लिए लोग अपने-अपने घरों में दुबक कर रहने को विवश हैं। आलम यह है कि राजधानी खार्तूम तक में कई अस्पताल तक बंद हो गए हैं। इस हिंसा के बीच भारत के भी कई लोग सूडान के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं। जिन्हें वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले उच्चस्तरीय बैठक की थी। इस हिंसा के कारण सबसे ज्यादा परेशानी सूडान की महिलाओं और बच्चों को हो रही है। यौन शोषण, बलात्कार जैसी घटनाएं यहां काफी बढ़ गई है। प्रग्नेंट महिलाओं को न डॉक्टर मिल रहे हैं और न क्लीनिक। इस विषम परिस्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महिला आयोग ने चिंता जताई है।


दुनिया के मानचित्र में कहां है सूडान?

सूडान अफ्रीका महादेश में है। 2011 के गृह युद्ध और दक्षिण सूडान के अलग होने से पहले तक सूडान अफ्रीकी महादेश का सबसे बड़ा देश हुआ था। इस देश की सीमाएं सात देशों से लगती है। सूडान के उत्तर में शक्तिशाली देश मिस्र तो पूर्व में इरिट्रिया और इथियोपिया है। अंतरराष्ट्रीय कारोबार के लिहाज से अहम लाल सागर सूडान के उत्तर-पूर्व में स्थित है। दक्षिण में दक्षिण सूडान स्थित जबकि पश्चिम में चाड और लीबिया है।

 

 

सूडान के अलग-अलग जगहों से आ रही यौन हिंसा की खबरें

संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने कहा कि सूडान के अलग-अलग हिस्सों से यौन और ***** आधारित हिंसा की खबरें पहले से ही सामने आ रही हैं। मानवतावादी कार्यकर्ताओं, देखभाल करने वालों और संरक्षकों के रूप में सूडानी महिलाओं की ताकत एक प्रेरणा है। हमें युद्धविराम और शांति के लिए उनके आह्वान पर ध्यान देना चाहिए और उनके द्वारा किए जाने वाले हर काम में उनका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए।


राजधानी खार्तूम में 2.19 लाख प्रेग्नेंड महिलाएं

संयुक्त राष्ट्र महिला की अपील से एक दिन पहले, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) ने बताया कि संघर्ष से हजारों गर्भवती महिलाएं खतरे में है, तत्काल चिकित्सा देखभाल के लिए अपने घरों से बाहर निकलना बहुत खतरनाक हो गया है। यूएनएफपीए का अनुमान है कि राजधानी खार्तूम में 219,000 गर्भवती महिलाएं हैं, जिनमें से 24,000 महिलाओं की जल्द डिलीवरी होने वाली है।


हिंसा के कारण राजधानी में बंद हुई 20 अस्पताल

संघर्ष ने सूडान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को भी नहीं बख्शा। खार्तूम में हिंसा के कारण कम से कम 20 अस्पतालों को मजबूरन बंद करना पड़ा है। अभी कुछ और अस्पतालों के बंद होने की आशंका हैं, क्योंकि वे बिजली और पानी की कटौती और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं। डॉक्टर, नर्स और अस्पताल के कर्मचारी काम करने के लिए यात्रा करने में असमर्थ हैं और बाधाओं और चल रही लड़ाई के कारण महत्वपूर्ण मानवीय सहायता नहीं मिल पा रही है, जिससे चिकित्सा सुविधाएं कम हो रही हैं।

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