Monday, April 17, 2023

बड़ा सवालः अमरीका और नाटो सैनिक मौजूद हैं यूक्रेन में, लीक दस्तावेजों से खुलासा

पेंटागन से लीक दस्तावेजों पर बोलते हुए व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मान लिया है कि यूक्रेन में अमरीकी सेना की छोटी सी उपस्थिति है। यह खुलासा अमरीकी की अब तक की घोषित नीति से पूरी तरह उलट है। अभी तक अमरीका और नाटो देश यह कहते रहे हैं कि यूक्रेन युद्ध में हमारी सैन्य मौजूदगी नहीं है। लेकिन पेंटागन से लीक दस्तावेजों के खुलासे से पता चलता है कि सिर्फ अमरीका ही नहीं, अन्य नाटो देशों के सैनिक भी यूक्रेन में मौजूद हैं, उनकी संख्या कितनी ही कम क्यों न हो। इससे यह स्पष्ट होता है कि अमरीका समेत नाटो देश यूक्रेन को इस युद्ध में सिर्फ हथियार और यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षण ही नहीं दे रहे, बल्कि उनकी यूक्रेन में भी लगातार उपस्थिति बनी हुई है। सवाल बस इतना है कि नाटो सैनिकों की यूक्रेन में ये उपस्थिति कितनी बड़ी है।

अमरीका सेना के विशेष बल यूक्रेन में मौजूद
किर्बी से फॉक्स न्यूज के पत्रकार द्वारा पूछा गया था कि लीक दस्तावेजों से संकेत मिले है कि अमरीकी सेना की विशेष बल यूक्रेन में सक्रिय हैं। इस पर किर्बी ने कहा कि मैं सैनिकों की ठीक-ठीक संख्या या इस तरह की चीजें तो नहीं बताऊंगा, पर आपके सवाल का ठीक-ठीक जवाब ये है कि अमरीका के रक्षा मंत्रालय से जुड़ी एक छोटी सी सैन्य मौजूदगी हमारी यूक्रेन में है और उनका काम ये है कि वे यूक्रेन में आ रहे और वहां से जा रहे सामग्रियों (हथियार आदि मदद) की जवाबदेही सुनिश्चित करें। किर्बी ने कहा कि, तो ये सैन्य मौजूदगी यूक्रेन में हमारे दूतावास से जुड़ी हुई और रक्षा मंत्रालय की ओर से है और ये सैनिक युद्ध नहीं लड़ रहे हैं। इस तरह से अमरीका के राष्ट्रपति के उस आदेश में कोई अंतर नहीं आया है कि अमरीका सैनिक इस युद्ध को नहीं लड़ेंगे। लेकिन गौर करने की बात ये है कि, दस्तावेजों के लीक होने से पहले अमरीका ने अपनी इस सैन्य उपस्थिति को स्वीकार नहीं किया था।

नाटो सैनिक लड़ रहे यूक्रेन युद्ध?
लीक दस्तावेजों के अनुसार 5 पश्चिमी देशों के करीब 100 सैनिक यूक्रेन में जमीन पर मौजूद हैं। 23 मार्च के इस वर्गीकृत दस्तावेज पर टॉप सीक्रेट लिखा हुआ है। इसके अनुसार यूक्रेन में पश्चिमी देशों की सैनिकों की संख्या की मौजूदगी इस प्रकार है।

नाटो सैन्य बलों की यूक्रेन में संख्या
देश सैनिकों की संख्या
अमरीका 14
ब्रिटेन 50
लातविया 17
फ्रांस 15
नीदरलैंड 01
कुल 97

यूक्रेन युद्ध 2023 के बाद भी चलता रहेगा
लीक दस्तावेजों से पता चलता है कि यूक्रेन युद्ध जल्दी समाप्त होने वाला नहीं है और इसमें अब तक करीब 3 लाख 54 हजार सैनिकों की मौत दोनों से ओर से हो चुकी है। अगर ये दस्तावेज सही है तो ये अमरीका यूरोप की जमीन पर चलने वाले इस युद्ध के बारे में क्या सोचता है।
फरवरी का एक दस्तावेज कहता है कि रूस 2023 में डोनबास पर कब्जा नहीं कर पाएगा और यहां यथास्थिति बनी रहेगी।

रूस के 43000 और यूक्रेन के 17500 सैनिक मरे
अमरीका के लीक दस्तावेजों के अनुसार, रूस से करीब 189500 से 223000 सैनिक या तो मारे गए हैं या घायल हैं। जिसमें मरने वालों की अधिकतम संख्या 43000 हो सकती है। जबकि यूक्रेन की ओर से करीब 124500 सैनिक या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं। जिसमें यूक्रेन की ओर से मरने वाले सैनिकों की संख्या अधिकतम 17500 आंकी गई है।


ताइवान युद्ध पर फ्रांस के रुख से उठने लगे सवाल
पिछले दिनों फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जिस तरह से ताइवान मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि यूरोप को अमरीका का पिछलग्गू नहीं बनना चाहिए, उससे सवाल उठने लगे हैं कि यूरोप में कहीं न कहीं यूक्रेन युद्ध पर भी मतभेद उभरने लगे हैं।

यूक्रेन युद्ध को हवा देना बंद करे अमरीकाः लूला
पिछले दिनों लगातार दुनिया के कई हिस्सों में ये भरोसा बनता जा रहा है कि अमरीका यूक्रेन युद्ध को भड़का रहा है। चीन और रूस के बाद अब ब्राजील भी उन प्रमुख देशों में शामिल हो गया है जो ये मानते हैं अमरीका ही यूक्रेन युद्ध को भड़का रहा है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इंसियो लूला दा सिल्वा ने कहा है कि अमरीका को यूक्रेन युद्ध को भड़काना बंद करना चाहिए। चीन की अपनी यात्रा की समाप्ति के मौके पर लूला ने पत्रकारों ने से कहा कि दुनिया की वैश्विक शक्ति के रूप में अब ब्राजील वापस आ गया है।



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