चीन (China) में बना शॉर्ट वीडियो होस्टिंग ऐप टिकटॉक (TikTok) लॉन्च होते ही यूथ और बच्चों में काफी पॉपुलर हो गया। दुनियाभर में यह ऐप काफी पॉपुलर है, पर टिकटॉक लंबे समय से विवादों में भी चल रहा है। भारत (India) में सिक्योरिटी और प्राइवेसी कारणों से इसे पहले ही बैन कर दिया जा चुका है। जून 2020 में टिकटॉक को भारत में बैन कर दिया गया था। इसके बाद ही इस चाइनीज़ ऐप से जुड़ा विवाद शुरू हो गया था। भारत में टिकटॉक बैन का बड़ा असर पड़ा और इसके चलते दुनिया के कई और देश भी टिकटॉक से सतर्क हो गए थे। इस ऐप के खिलाफ कई देशों की सरकार एक्शन लेने की बात उठा चुकी है और हाल ही में इस ऐप पर एक बड़ा एक्शन लिया गया है।
UK और New Zealand ने लिया टिकटॉक के खिलाफ बड़ा एक्शन
हाल ही में यूके (UK) और न्यूज़ीलैण्ड (New Zealand) में बड़ा एक्शन लिया गया है। यूके और न्यूज़ीलैण्ड में हाल ही में सरकारी डिवाइसेज़ पर टिकटॉक एक्सेस को बैन कर दिया गया है। पिछले कुछ समय से इसकी मांग चल रही है और अब इस पर एक्शन लिया गया है।
कब से प्रभाव में आएगा बैन?
यूके में टिकटॉक को सरकारी डिवाइसेज़ पर तुरंत बैन कर दिया गया है। वहीं न्यूज़ीलैण्ड में 31 मार्च से टिकटॉक को सरकारी डिवाइसेज़ पर बैन कर दिया जाएगा।
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क्यों किया जा रहा है टिकटॉक को बैन?
कुछ समय पहले अमरीका (United States of America) और कनाडा (Canada) में भी सरकारी डिवाइसेज़ पर टिकटॉक को बैन कर दिया गया था। अब यूके और न्यूज़ीलैण्ड में भी टिकटॉक के खिलाफ एक्शन लिया गया है। इन सभी देशों में सरकारी डिवाइसेज़ पर टिकटॉक को बैन करने की वजह वहीँ है जिस वजह से इसे भारत में बैन किया गया था। हालांकि भारत में टिकटॉक को पूरी तरह से बैन कर दिया गया था। टिकटॉक से सरकार की प्राइवेट इन्फॉर्मेशन के चीन में लीक होने की रिस्क को देखते हुए इन सभी देशों में टिकटॉक के खिलाफ एक्शन लिया गया है।
चीन की बढ़ सकती है टेंशन
टिकटॉक को इस तरह से कई देशों में बैन करने से चीन की टेंशन बढ़ सकती है। इससे इस चाइनीज़ ऐप की प्रतिष्ठा तो धूमिल होगी ही, साथ ही टिकटॉक का रेवेन्यू भी प्रभावित होगा।
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